Monday, April 24, 2023

एसीसी की निर्माण सलाहकार पहल के जरिये हजारों राजमिस्त्रियों, ठेकेदारों और घर बनाने वालों को प्रदान की गई तकनीकी सहायता

 एसीसी ने अपनी निर्माण सलाहकार पहल के तहत घर बनाने वालों, राजमिस्त्रियों और ठेकेदारों को सशक्त बनाने की दिशा में उठाया एक महत्वपूर्ण कदम



• एसीसी हमेशा अपने ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद और सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध रही है। यह पहल ग्राहकों को सशक्त बनाने और सर्वाेत्तम निर्माण प्रथाओं के उपयोग के साथ अपने सपनों का घर बनाने में सक्षम बनाने की हमारी प्रतिबद्धता की दिशा में एक और कदम।


मध्य प्रदेश, 24 अप्रैल, 2023- अडानी सीमेंट की सीमेंट और निर्माण सामग्री कंपनी और अडानी समूह का हिस्सा एसीसी लिमिटेड ने अपनी निर्माण सलाहकार पहल के तहत घर बनाने वालों, राजमिस्त्रियों और ठेकेदारों को सशक्त बनाने का एक अनूठा प्रयास किया है। इस पहल का उद्देश्य लोगों को घर बनाने के लिए निर्माण संबंधी सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं की जानकारी देने के साथ सशक्त बनाना और उन्हें तकनीकी सहायता प्रदान करना है।


इस पहल के तहत, एसीसी ने देश भर में चुनिंदा डीलर काउंटरों पर ऐसे केंद्र कायम किए हैं, जो ग्राहकों को आसानी से समझाने के लिए डिस्प्ले मॉडल से लैस हैं। ये केंद्र घर के निर्माण से जुड़े विभिन्न पहलुओं को कवर करते हैं। घर के निर्माण का लेआउट और योजना, निर्माण सामग्री की गुणवत्ता, अनुपात मिश्रण अनुपात, मिट्टी के परीक्षण के माध्यम से रेत की गुणवत्ता की जांच, कार्य क्षमता, स्लंप कोन द्वारा जल-सीमेंट अनुपात की जांच और आरसीसी स्लैब कास्टिंग जैसे पहलुओं की तमाम जानकारी इन केंद्रों के जरिये हासिल की जा सकती है।


एसीसी निर्माण सलाहकार केंद्रों के माध्यम से 2000 से अधिक मकान मालिकों, 1000 ठेकेदारों और 3000 राजमिस्त्रियों को तकनीकी सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। ग्राहकों को घर के निर्माण में अच्छी  प्रथाओं का इस्तेमाल करने और उन्हें बेहतर निर्णय लेने में सक्षम बनाने के लिए इस पहल की व्यापक रूप से सराहना की गई है।


इन अर्थों में एसीसी की निर्माण सलाहकार पहल घर के मालिकों, ठेकेदारों और राजमिस्त्रियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हुई है। इस तरह वे निर्माण प्रक्रिया से जुड़े तमाम पहलुओं के बारे में अपनी जानकारी में व्यापक सुधार कर सकते हैं। देश भर में केंद्र स्थापित करके और तकनीकी सहायता प्रदान करके, एसीसी ने अपने ग्राहकों को सशक्त बनाने और उच्च गुणवत्ता वाली निर्माण प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है। इस पहल को ग्राहकों की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है, इससे यह साबित होता है कि इस तरह की पहल कितनी आवश्यक है। कंपनी ग्राहकों को घर बनाने संबंधी उनकी यात्रा में समर्थन और मार्गदर्शन करने के अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए तत्पर है।

Tuesday, April 18, 2023

एसीसी ने "ग्रीन स्कूल एंड क्लीन स्कूल" कार्यक्रम नामक एक अनूठी पहल शुरू करने के लिए सागर के कॉन्ट्रैक्टर फोरम के साथ सहयोग किया है, जिसे मध्य प्रदेश में कटनी और बाघराज वार्ड में स्थित दो सरकारी स्कूलों में सफलतापूर्वक लागू किया गया है।

*मध्य प्रदेश, 18 अप्रैल, 2023:* अदाणी सीमेंट की सीमेंट और निर्माण सामग्री कंपनी और अदाणी समूह के हिस्से एसीसी लिमिटेड ने ‘ग्रीन स्कूल एंड क्लीन स्कूल’ नामक एक अनूठी पहल शुरू करने के लिए सागर के कॉन्ट्रैक्टर फोरम के साथ साझेदारी की है। कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना और स्कूली छात्रों को पर्यावरण के प्रति अधिक जागरूक और जिम्मेदार बनने के लिए प्रोत्साहित करना है।



मध्य प्रदेश में कटनी और बाघराज वार्ड स्थित दो सरकारी स्कूलों में इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक लागू किया गया है। एसीसी और सागर के स्थानीय कॉन्ट्रैक्टर फोरम ने संयुक्त रूप से इन स्कूलों को गोद लिया, जहां उन्होंने पूरे स्कूल परिसर और खेल मैदान की सफाई की। उन्होंने अवांछित सामग्री, घास और झाड़ियों को हटाया और जमीन को समतल कर दिया। स्कूल परिसर में 100 से अधिक पौधे भी रोपे गए, जिससे स्कूल का हरा-भरा स्वरूप निखर उठा है। 


ग्रीन स्कूल एंड क्लीन स्कूल’ कार्यक्रम की स्थानीय और सामाजिक निकायों द्वारा व्यापक रूप से सराहना की गई है, और यहां तक कि शहर के मेयर ने भी इस पहल की सराहना की है। इस कार्यक्रम की सफलता के बाद, कई स्कूल प्रधानाचार्यों ने अपने स्कूलों में भी कार्यक्रम को लागू करने के लिए एसीसी और कॉन्ट्रैक्टर फोरम से संपर्क किया है।


यह कार्यक्रम इस बात का उदाहरण प्रस्तुत करता है कि कैसे हम सामूहिक रूप से एक सस्टेनेबल फ्यूचर की दिशा में काम कर सकते हैं। यह इस बात का भी एक उत्कृष्ट उदाहरण है कि कैसे सार्वजनिक-निजी भागीदारी समाज और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पैदा कर सकती है। यह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सस्टेनेबल फ्यूचर के निर्माण की दिशा में उठाया गया एक कदम है।

कच्ची उम्र में बच्चों को पक्की सीख देने वाले संस्थानों की तलाश में रहते हैं पेरेंट्स




इंदौर, 6 अप्रैल 2023: कच्ची उम्र में सिखाई हुई हर एक बात बच्चों को लम्बे समय तक याद रहती है। शिक्षा के मामले में

भी ऐसा ही होता है। प्राथमिक कक्षाओं में बच्चों को जिस तरह का ज्ञान और शिक्षा दी जाती है, वह उनके बेहतर भविष्य

के लिए नींव का काम करती है। इस बात को तवज्जो देते हुए अक्सर पेरेंट्स विश्वसनीय स्कूलों की तलाश में रहते हैं,

ताकि जीवन में उन्हें अपने बच्चों के लिए फिर पीछे पलटकर देखना न पड़े। देवास स्थित जाने-माने संस्थान, सरदाना

इंटरनेशनल स्कूल के संस्थापक और शिक्षाविद् ललित सरदाना ने पेरेंट्स की इस चिंता को काफी हद तक हल करने की

कोशिश की है, और बताया है कि उनका विद्यालय, सरदाना इंटरनेशनल स्कूल आखिरकार किस तरह से छोटे बच्चों में

शिक्षा और संस्कार की अटूट नींव रखने का काम करता है।

सिखाई हुई हर एक बात कंठस्थ

जिस तरह किसी ईमारत की नींव कमजोर हो जाने पर बाहरी तौर पर हम उसमें कितना ही रंग-रोगन करने या मजबूती

देने का प्रयास कर लें, उस ईमारत को मजबूती नहीं दी जा सकती। ठीक उसी प्रकार, यदि किसी बच्चे को प्रायमरी लेवल

पर बेहतर शिक्षा न मिले, तो बड़ी क्लासेस में कितना ही प्रयास क्यों न कर लिया जाए, बच्चे के सीखने के स्तर को बढ़ावा

नहीं दिया जा सकता है। स्कूलों को चाहिए कि बच्चों के बेहतर भविष्य के सृजन के लिए विशेष तौर पर काम करें और कई

बार एक पाठ का रिविज़न कराकर उसे बच्चों को कंठस्थ कराएँ।

ताकि पेरेंट्स भी निश्चिन्त रहें

कई बार पेरेंट्स जाने-अनजाने में ऊपरी तौर पर बेहतर प्रतीत होने वाले स्कूलों में बच्चों को प्रवेश तो दिला देते हैं, लेकिन

बड़ी कक्षाओं में आने के बाद भी बच्चों में सुनने, पढ़ने, बोलने, लिखने और समझने की क्षमता बेहतर नहीं हो पाती, और

न ही उनमें क्रिएटिविटी का विस्तार हो पाता है। बहुत-से बच्चे पढ़ाई और होमवर्क से अपना जी चुराते हुए मोबाइल के

साथ समय बिताना अधिक पसंद करते हैं। प्रायमरी लेवल पर पढ़ाने की एप्रोच बड़ी क्लासेस से बहुत भिन्न होती है, इस

बात पर भी स्कूलों को ध्यान देना बहुत आवश्यक है।

स्कूल ऐसा होना चाहिए, जिसमें भेजने के बाद पेरेंट्स की समस्याएँ हल हो सकें। व्यस्त दिनचर्या के चलते पेरेंट्स अपने

बच्चों के साथ क्वॉलिटी टाइम स्पेंड नहीं कर पाते हैं। एकेडमिक्स में कमजोर होने, पब्लिक स्पीकिंग में शर्माने या डरने,

हैंडराइटिंग खराब होने और संस्कार देने जैसी गतिविधियों पर विशेष तौर पर ध्यान दिया जाना चाहिए।


लॉस कवर करता चले

स्कूलों को बच्चों के होने वाले लॉस को ध्यान में रखते हुए वर्तमान सेशन के साथ ही साथ पुराने सेशंस के टॉपिक्स भी

कवर करते चलना चाहिए। इससे नए प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की पिछले वर्ष पढ़ाई ठीक से न होने के कारण हुए

नुकसान की भी भरपाई हो जाती है। विद्यार्थियों द्वारा सभी कक्षाएँ अटेंड करना, होमवर्क करना, वर्कशीट्स हल करना,

सेशन के सभी टेस्ट्स देना अनिवार्य होना चाहिए, इसमें विद्यालयों का सपोर्ट बहुत जरुरी है। इसके साथ ही पेरेंट्स-


टीचर मीटिंग में दोनों के सपोर्ट से बच्चे की कमियों पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाना चाहिए। बच्चे की रुचियों को

देखते हुए स्कूल के भीतर और बाहरी तौर पर हॉबी क्लासेस जॉइन कराना चाहिए, ताकि उसकी पढ़ाई और रूचि

बेहतर रूप से बैलेंस रहे।

पर्सनालिटी डेवलपमेंट और कम्युनिकेशन पर विशेष ध्यान

बच्चों के बात करने और उठने-बैठने के तरीके पर ध्यान देना सिर्फ पेरेंट्स की जिम्मेदारी नहीं है, टीचर्स को भी बच्चों के

बात करने के लहज़े, भाषा और कम्युनिकेशन स्किल पर काम करने की जरुरत होती है, क्योंकि स्कूल ही वह स्थान है,

जहाँ बच्चे में सीखने के कौशल की अधिकता देखी जाती है। छोटी उम्र में बच्चों को भाषा संबंधी सीख देना सबसे अधिक

उचित होता है और एक अच्छे वातावरण में बच्चा भाषा का कौशल सरलता से सीख सकता है। इसलिए स्कूलों में

प्राथमिक कक्षाओं से ही हिंदी और इंग्लिश कम्युनिकेशन पर ध्यान दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही नियमित रूप से

बच्चों को शुद्ध लेखन कराने सहित स्पोकन इंग्लिश, पर्सनालिटी डेवलपमेंट और ग्रुप डिस्कशन की वर्कशॉप लगाई जाना

चाहिए। इसके फलस्वरूप बच्चों का पब्लिक के बीच अपनी बात रखने का कॉन्फिडेंस तेजी से निखरता है और स्टेज

फियर भी दूर होता है।

स्मार्ट क्लासेस और एक्टिविटीज़ भी चलती रहें

बच्चों की पढ़ाई में दिलचस्पी बनी रहे, इसे ध्यान में रखते हुए स्कूलों में नर्सरी से ही स्मार्ट क्लासेस, वीडियो क्लासेस

और प्रैक्टिकल लैब्स की मदद से पढ़ाई कराई जाना चाहिए। इनकी सहायता से बच्चे मन लगाकर पढ़ते हैं और पाठ का

कॉन्सेप्ट एक ही बार में उन्हें समझ आ जाता है। खेल-कूद और अन्य गतिविधियों को भी स्कूल में शामिल किया जाना

चाहिए, कारण यह कि खेल-कूद के माध्यम से बच्चों का मन-मस्तिष्क काफी तेजी से विकसित होता है और साथ ही वे

फुर्तीले भी बनते हैं।

Monday, April 17, 2023

मास्टर स्पेलर्स और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस स्पेलिंग बी प्रतियोगिता के माध्यम से अंग्रेजी भाषा सीखने में क्रांति लाने के लिए सहयोग की घोषणा की।

  हर किसी को एक चुनौती पसंद है, भले ही वे इस प्रक्रिया में गलती से कुछ सीख लें! स्पेलिंग बी प्रतियोगिता भाषा सीखने के लिए एक समय-परीक्षणित और समय-परीक्षित अवधारणा है। मास्टर स्पेलर्स ने मास्टर स्पेलर्स 2023-24 प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस इंडिया के साथ सहयोग की घोषणा की।

मास्टर स्पेलर्स, एक नए युग की ऑनलाइन स्पेलिंग बी प्रतियोगिता का उद्देश्य स्व-प्रेरित प्रतिस्पर्धी ढांचे में अंग्रेजी सीखने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करना है। इसकी रूप रेखा को अंग्रेजी शिक्षकों द्वारा डिजाइन किया गया हैl


शिक्षकों और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस की सामग्री द्वारा संचालित, प्रतियोगिता की कल्पना युवा वर्तनीकारों और भाषा सीखने वालों की बिरादरी को बढ़ावा देने के लिए की गई है। मास्टर स्पेलर्स 2023-24 शिक्षार्थियों के लिए एक व्यापक, स्व-प्रेरित और समग्र दृष्टिकोण प्रदान करके भाषा सीखने को बढ़ाने का लक्ष्य रखता है। स्पेलिंग बी के लिए पंजीकरण 16 अप्रैल 2023 से शुरू होंगे और इसमें ग्रेड 1 से 12 तक के सात समूहों में प्रारंभिक, क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और अंतिम प्रतियोगिताएं शामिल रहेंगी। प्रतियोगिताओं को विभिन्न स्तरों पर ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा; हालांकि, फिनाले ऑफलाइन आयोजित किया जाएगा। विजेताओं को पुरस्कार, ट्राफी और प्रमाण पत्र मिलेंगे। छात्र व्यक्तिगत रूप से या स्कूलों के माध्यम से https://masterspellers.com/ पर पंजीकरण कर सकते हैं।


प्रतियोगिता का नेतृत्व करते हुए, मास्टर स्पेलर्स की संस्थापक और सीईओ शर्मिष्ठा चावड़ा भाषा सीखने को बच्चों के लिए एक आंतरिक रवैया बनाने में विश्वास करती हैं। उनका कहना हैं, कि “कुल मिलाकर, हमारा उद्देश्य प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों के लिए भाषा हर किसी को एक चुनौती पसंद है, भले ही वे इस प्रक्रिया में गलती से कुछ सीख लें! स्पेलिंग बी प्रतियोगिता भाषा सीखने के लिए एक समय-परीक्षणित और समय-परीक्षित अवधारणा है। मास्टर स्पेलर्स ने मास्टर स्पेलर्स 2023-24 प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस इंडिया के साथ सहयोग की घोषणा की।

मास्टर स्पेलर्स, एक नए युग की ऑनलाइन स्पेलिंग बी प्रतियोगिता का उद्देश्य स्व-प्रेरित प्रतिस्पर्धी ढांचे में अंग्रेजी सीखने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करना है। इसकी रूप रेखा को अंग्रेजी शिक्षकों द्वारा डिजाइन किया गया हैl


शिक्षकों और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस की सामग्री द्वारा संचालित, प्रतियोगिता की कल्पना युवा वर्तनीकारों और भाषा सीखने वालों की बिरादरी को बढ़ावा देने के लिए की गई है। मास्टर स्पेलर्स 2023-24 शिक्षार्थियों के लिए एक व्यापक, स्व-प्रेरित और समग्र दृष्टिकोण प्रदान करके भाषा सीखने को बढ़ाने का लक्ष्य रखता है। स्पेलिंग बी के लिए पंजीकरण 16 अप्रैल 2023 से शुरू होंगे और इसमें ग्रेड 1 से 12 तक के सात समूहों में प्रारंभिक, क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और अंतिम प्रतियोगिताएं शामिल रहेंगी। प्रतियोगिताओं को विभिन्न स्तरों पर ऑनलाइन आयोजित किया जाएगा; हालांकि, फिनाले ऑफलाइन आयोजित किया जाएगा। विजेताओं को पुरस्कार, ट्राफी और प्रमाण पत्र मिलेंगे। छात्र व्यक्तिगत रूप से या स्कूलों के माध्यम से https://masterspellers.com/ पर पंजीकर सीखने को मज़ेदार और प्रेरक बनाना है। आज के समय में, समृद्ध शब्दावली और प्रभावी अभिव्यक्ति के बढ़ते महत्व को कम करके नहीं आंका जा सकता है।”





सुमंतों दत्ता, एमडी, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस इंडिया ने बताया कि "प्रतियोगिताएं छात्रों के संपर्क में सुधार, संज्ञानात्मक और सामाजिक जुड़ाव के स्तर को बढ़ाने, अच्छी भाषा सीखने की आदतों को बढ़ावा देने और बार-बार अभ्यास के माध्यम से शब्दावली बनाने में प्रभावी हैं। मास्टर स्पेलर्स कक्षा के बाहर अंग्रेजी सीखने के साथ ही छात्रों की व्यस्तता पर सकारात्मक प्रभाव पैदा करने का एक मंच है। हम, ऑक्सफोर्ड 

यूनिवर्सिटी प्रेस में, अपने बच्चों की भाषाई क्षमता में सुधार करने और अधिक समृद्ध भाषा सीखने का अनुभव प्रदान करने के लिए गुणवत्तापूर्ण संसाधन विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ”


मास्टर स्पेलर्स दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण दौरों से भरपूर है जो छात्रों की वर्तनी, शब्दावली, समझ और अभिव्यक्ति को मजबूत करेगा, जबकि वे प्रतियोगिता के विभिन्न स्तरों के माध्यम से प्रतिस्पर्धा करेंगे। चूंकि स्कूल स्पेलिंग बी जैसी बाहरी प्रतियोगिताओं के साथ अपनी सह-पाठ्यचर्या संबंधी गतिविधियों को एकीकृत करना चाहते हैं, इसलिए मास्टर स्पेलर्स गो-टू पार्टनर रहा है क्योंकि यह सही सह-पाठयक्रम समाधान प्रदान करता है जो स्कूल चाहते हैं। प्रत्येक स्तर रोमांचक, चुनौतीपूर्ण और बच्चों के अनुकूल दौरों से भरा हुआ है जैसे कि समानार्थक शब्द, जटिलता पूर्ण शब्द, एनाग्राम, ध्वन्यात्मकता, विषम का चयन करें, अपनी शब्दावली का परीक्षण करें, सही प्रस्ताव चुनें, शब्द अक्सर भ्रमित आदि। ये दौर सीखने को बेहद आकर्षक बना देंगे। और प्रतिभागियों के लिए मजेदार साबित होंगेl


ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस के बारे में

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस (OUP) ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय का एक विभाग है। यह दुनिया भर में प्रकाशित करके अनुसंधान, छात्रवृत्ति और शिक्षा में उत्कृष्टता के विश्वविद्यालय के उद्देश्य की पुष्टि करता है। ओयूपी दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी प्रेस है जिसकी व्यापक वैश्विक उपस्थिति है। यह कई देशों में, 40 से अधिक भाषाओं में, और विभिन्न स्वरूपों - प्रिंट और डिजिटल में प्रकाशित होता है। OUP उत्पादों में अत्यधिक व्यापक शैक्षणिक और शैक्षिक स्पेक्ट्रम शामिल हैं, और इसका उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को एक ऐसे प्रारूप में सामग्री उपलब्ध कराना है जो उनके लिए सबसे उपयुक्त हो।





ओयूपी भारत में अपनी मौजूदगी के 110 साल मना रहा है। प्रकाशन से बाहर निकलकर, OUP India एक एकीकृत शिक्षा सेवा प्रदाता के रूप में उभरा है। ओयूपी 

उत्पादों में अत्यधिक व्यापक शैक्षणिक और शैक्षिक स्पेक्ट्रम शामिल हैं; सभी दर्शकों के लिए प्रकाशन - प्री-स्कूल से लेकर माध्यमिक स्तर के स्कूली बच्चों तक; शिक्षाविदों के लिए छात्र शोधकर्ताओं के लिए सामान्य पाठक व्यक्तियों से संस्थानों तक।         

 मास्टर स्पेलर्स के बारे में :

मास्टर स्पेलर्स, शर्मिष्ठा चावड़ा, भाषा और संचार कौशल विशेषज्ञ, अंग्रेजी शिक्षकों की एक टीम के साथ, भाषा सीखने को स्कूली छात्रों के लिए एक मजेदार और आकर्षक 

अनुभव बनाने की एक पहल है। Master Spellers, 2021 में स्थापित, टीम के मजबूत अनुभव और शैक्षणिक विशेषज्ञता द्वारा समर्थित है जो आज के समय में भाषाई आवश्यकताओं में गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। मास्टर स्पेलर्स स्थापना के बाद से चार गुना बढ़ गया है और अगले पांच वर्षों में इसे एक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता बनाने का लक्ष्य है।


अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:

Sharmishtha Chawda I Master Spellers I office@masterspellers.com

रुचिका टंडन | ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस | ruchika.tandon@oup.com

Monday, April 10, 2023

NueGo Unveils its Captivating Brand Film Showcasing Their Commitment to Customers’ Safety & Comfort

 

NueGo is India’s leading premium electric bus coach brand from GreenCell Mobility


Mumbai; April 10, 2023: - NueGo launches its first ever brand film, which primarily showcases the brand's commitment to providing the utmost safety and comfort to its customers. The film, that has been made by the students of Whistling Woods International, is a testament to the brand's determination to raise the industry standards and create something that has never been done before. 


NueGo is India’s leading inter-city electric bus brand from GreenCell Mobility. The campaign skilfully highlights the modern customer requirements and exhibits how NueGo, as a customer-centric brand caters to all the demands of the travellers, safety being one of the most important aspects. The campaign envisages the message of how each traveller on NueGo is offered premium services such reclining seats, lounges in various cities, more leg space, trained staff such as coach hosts, CCTV surveillance, driver monitoring system, on – time departures, speed limit checks and the most important of all, a sustainable means of transport. Additionally, it displays how passengers are taken care of right from the boarding point until they reach their destination.

Whistling Woods International is Asia’s premier institute of Film, Communication & Creative Arts founded by renowned filmmaker, Subhash Ghai. The 2-minute brand campaign is filmed by 12 students from the institute. The campaign was shot in a record time of 2 days in Indore. The editing, voice-over and music was also created by these students, which was exclusively developed for NueGo, all this was done and delivered within 7 working days.

Commenting on NueGo’s first ever brand film, Mr. Devndra Chawla, CEO & MD of GreenCell Mobility said, "Our brand film is a fantastic reflection of the unparalleled services that NueGo is offering to our customers. Through this film, we aim to showcase how we go above and beyond to ensure a safe & comfortable travel experience for our customers. We are proud of our team for their unwavering commitment to providing exceptional services, and this film is a testament to their hard work and dedication. We hope that this film inspires our customers to choose NueGo for their future travel needs, knowing that they are in safe hands."

Speaking on the brand film, Mr. Subhash Ghai, Founder & Chairman, Whistling Woods International said, "Working on NueGo's brand film is an incredible opportunity for the students of Whistling Woods International. Such projects enable them to showcase their creativity and skills and put their education into practice in the real world. This collaboration with NueGo is not only a chance to learn from industry experts but also a reminder that as storytellers, we have the power to shape narratives that inspire positive change. I am proud of our students and thankful to the team at NueGo for offering them the opportunity to understand the nuances of creating impactful content that resonates with the audience.”

NueGo is the flagship inter-city pan India electric mobility coach brand of GreenCell Mobility which was launched last year. The brand is successfully plying its fleet currently across India primarily on the Bhopal-Indore, Delhi-Chandigarh, Delhi-Dehradun, Delhi-Jaipur, Delhi-Agra, Agra-Jaipur, Bengaluru-Tirupati and Hyderabad-Vijayawada routes, with more routes launching soon. NueGo coaches are fitted with innovative technology and offer end-to-end convenience for inter-city travellers with focus on Safety, Punctuality, and seamless customer experience.

NueGo is today’s modern, comfortable and a safe way to travel as the brand offers host of safety features such as CCTV surveillance, driver breath analyzer, driver monitoring system and speed limit checks. NueGo coaches go through 25 stringent safety checks including mechanical and electrical inspections. Passengers traveling on NueGo coaches are provided with flight-like experience as each commuter is guided to the pre-allotted seat which has booked, presented with sanitized and fresh disposable rub, water & tissues when on-boarded, mobile charging points, more reclining seats and trained & courteous coach hosts.

NueGo has released the campaign film curated by the students across its digital platforms like YouTube, Instagram, Twitter, Facebook and LinkedIn. 

Campaign Link: https://www.youtube.com/watch?v=iVNPdRSx4mM

Saturday, April 1, 2023

PM flags off Vande Bharat Express at Rani Kamlapati Station, Bhopal, Madhya Pradesh*

Bhopal, April 1,2023: *PM flags off Vande Bharat Express at Rani Kamlapati Station, Bhopal, Madhya Pradesh*



*Condoles loss of lives in Ram Navmi accident in Indore*


*“One of the rare instances in the history of Indian Railways that a Prime Minister has visited the same railway station twice in a very short period”*


*“India is now working with new thinking and approach”*


*“Vande Bharat is a symbol of India's enthusiasm and excitement. It represents our skills, confidence and capabilities”*


*“They were busy with appeasement (tushtikaran) of the vote bank, we are committed to satisfying the needs of the citizens (santushtikaran)”*


*“600 outlets operating under ‘One Station One Product’ and one lakh purchases made in a short time”*


*“Indian Railways is becoming synonymous with convenience for the common families of the country”*


*“Today, Madhya Pradesh is writing a new saga of continuous development”*


*“Performance of Madhya Pradesh is commendable in most of the parameters of development on which the state was once called ‘Bimaru’”*



*“India's poor, India's middle class, India's tribals, India's Dalit-backward, every Indian has become my protective shield”*                                                         Jabalpur 01 April :- The Prime Minister, Shri Narendra Modi flagged off the Vande Bharat Express train between Bhopal and New Delhi at Rani Kamlapati Railway Station in Bhopal, Madhya Pradesh today. Upon arriving at the venue, the Prime Minister carried out an inspection of the Rani Kamlapati - New Delhi Vande Bharat Express and also interacted with the children and crew of the train. 


The Prime Minister began his address by expressing grief about the tragedy that occurred during Ram Navmi in a  temple in Indore and paid tributes to the departed souls and empathized with their families. He also wished a speedy recovery to those recovering from injuries during this mishap.


The Prime Minister congratulated the people of Madhya Pradesh for getting their first Vande Bharat train. He said that the train will reduce the travel time between Delhi and Bhopal and will usher in many facilities and conveniences for the professionals and youth.


The Prime Minister recalled that he was fortunate enough to also inaugurate the venue for today’s organization, Rani Kamlapati Station. He also expressed gratitude for getting the opportunity to flag off  India’s state-of-the-art Vande Bharat Express for Delhi. He pointed out that today is one of the rare instances in the history of Indian Railways that a Prime Minister has visited the same railway station twice in a very short period. The Prime Minister further added that today’s occasion is a prime example of a new order and new traditions being created in modern India.    


The Prime Minister talked about his interaction with the school children on the occasion and underlined the sense of curiosity and excitement about the train in the children. “In a way, Vande Bharat is a symbol of India's enthusiasm and excitement. It represents our skills, confidence and capabilities”, he said. 


The Prime Minister also highlighted the benefits of the train for tourism in the area as Sanchi, Bhimbetka, Bhojpur and Udayagiri caves will start getting more footfalls. This will also improve the opportunities for employment, income and self-employment. 


Emphasizing the new thinking and approach of 21st-century India, the Prime Minister recalled the appeasement by the earlier government at the cost of meeting the needs of the citizens. “They were busy with appeasement (tushtikaran) of the vote bank, we are committed to satisfying the needs of the citizens (santushtikaran)”, he added. Calling Indian Railway, common family transport, the Prime Minister asked why it was not upgraded and modernized earlier.


The Prime Minister highlighted that the governments in the past could have easily upgraded the already existing rail network which India acquired after independence but the development of railways was sacrificed due to vested political interests. Even after decades of independence, the Prime Minister said, the Northeastern states had not been connected to the rail network. The Prime Minister remarked that the government has strived to make Indian Railways the best rail network in the world. Throwing light on the negative publicity that Indian Railways received before 2014, the Prime Minister addressed the issue of thousands of unmanned gates in this extensive rail network causing fatal accidents. He informed that the broad gauge network is free from unmanned gates today. He also noted that earlier, news related to train accidents causing loss of life and property was commonplace but the Indian Railways has become much more secure today. He highlighted the scope of Made in India 'Kavach’ is being expanded to strengthen the security of passengers.  


The Prime Minister stressed that the approach to safety is not limited to just accidents but also that any emergency is immediately attended to during the journey, which is of immense benefit to the women, he said. Cleanliness, timeliness, and black marketing of tickets have all been addressed with technology and concern for the commuters.


Shri Modi said through the ‘One Station One Product’ initiative, Railways is emerging as a powerful tool for taking the products of local artisans from one place to the other. Under the scheme, commuters can buy local products of the district such as handicrafts, art, utensils, textiles, painting etc at the station itself. About 600 outlets are already operational in the country and more than one lakh purchases have been made. 



The Prime Minister said that “Today, Indian Railways is becoming synonymous with convenience for the common families of the country.” He listed upgrades like railway station modernization, WiFi facilities on 6000 stations and CCTV on 900 stations in this regard. He highlighted the popularity of Vande Bharat among the youth and the growing demand for Vande Bharat from every corner of the country.


The Prime Minister mentioned the record allocation for railways in this year’s Budget. “When will is there, intentions are clear and determination is firm, new paths emerge”, he said. Shri Modi informed that, in the last 9 years, the rail budget was continuously increased and Madhya Pradesh got Rs 13, 000 crore allocated in the rail-related budget compared to the average of Rs 600 crores in years before 2014.


Giving an example of the modernization of railways, the Prime Minister highlighted the work of 100 percent electrification of the railway network is being achieved in some parts of the country every other day. He informed that Madhya Pradesh is also included in the 11 states where 100 percent electrification has been achieved. The Prime Minister highlighted that the average electrification of railway routes per year has increased tenfold from 600 kilometers to 6000 kilometers after 2014.


“Today, Madhya Pradesh is writing a new saga of continuous development. Be it agriculture or industry, today the strength of MP is expanding the strength of India”, the Prime Minister remarked. He reiterated that the performance of Madhya Pradesh is commendable in most of the parameters of development on which the state was once called ‘Bimaru’. The  Prime Minister gave examples of Madhya Pradesh being among the leading states in building houses for the poor. He further added that the state is also doing a fine job in providing water to every household. He also touched upon the farmers of the state and mentioned that they are creating new records in the production of many crops including wheat. He also touched upon the industries in the state and said that it is continuously moving towards new standards, thereby creating endless opportunities for the youth.


The Prime Minister alerted the people about the concerted efforts to malign his image from both inside and outside the country. “India's poor, India's middle class, India's tribals, India's Dalit-backward, every Indian has become my protective shield”, he said, asking people to stay focused on the development of the country. “We have to further increase the role of Madhya Pradesh in developed India. This new Vande Bharat Express is a part of this resolution”, he concluded.


Governor of Madhya Pradesh, Shri Mangu Bhai Patel, Chief Minister of Madhya Pradesh, Shri Shivraj Singh Chauhan and Union Minister for Railways, Shri Ashwini Vaishnaw were present on the occasion. 


Vande Bharat Express has redefined the passenger travel experience in the country. The new train being introduced between Rani Kamlapati Railway station, Bhopal and New Delhi railway station will be the 11th Vande Bharat service and 12th Vande Bharat train in the country. The indigenously designed Vande Bharat Express train set is equipped with state-of-the-art passenger amenities. It will provide a faster, more comfortable and more convenient travel experience for rail users, boost tourism and promote economic development in the region.

                                                                                    

मैट्रिक्स फाइट नाइट में भारी भीड़ ने दिखाया अनूठा जुनून




मैट्रिक्स फाइट नाइट (एमएफएन), फाइट के प्रशंसकों के लिए साल की सबसे बड़ी और बहुप्रतीक्षित रात आखिरकार आ गई। 11वां संस्करण पहले से कहीं ज्यादा बड़ा और बेहतर साबित हुआ। बड़ी रात से ठीक पहले आयशा श्रॉफ, कृष्णा श्रॉफ और कोच एलन फेनंडेस ने एक विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी व्यापक जानकारी दी। एमएफएन के बारे में आयशा श्रॉफ ने कहा, 'हमने चौबीसों घंटे काम किया और आखिरकार इसका बड़ा और बेहतर 11वां संस्करण तालकटोरा स्टेडियम में कामयाबी के साथ संपन्न हो गया। शाम छह बजे से शुरू हुए मुकाबलों को लाखों लोगों ने लाइव देखकर भरपूर आनंद लिया।' वहीं, कृष्णा श्रॉफ कहती हैं, 'इसकी स्थापना के बाद से ही हमारी एमएफएन फाइट नाइट्स का क्रेज और बढ़ गया है। मेरा मानना ​​है कि हमने एक बार फिर खुद को पीछे छोड़ दिया है और हमें आपके लिए रोमांचक मनोरंजन की रात पेश करने पर बेहद गर्व की अनुभूति हो रही है!'

कोच एलन फेनांडेस कहते हैं, 'यह भीड़ और जुनून अविश्वसनीय था। यह निश्चित रूप से पूरे देश पर हावी हो गया है। लोगों ने एक तरह से सीट बेल्ट बांधकर एक रोमांचकारी रोलरकोस्टर सवारी के तौर पर यह अनुभव लिया।'

बता दें कि भारत का प्रमुख और अपनी तरह का पहला फाइट नाइट प्रमोशन एमएफएन देशभर के फाइटर्स के लिए फुल बॉडी कॉम्बैट स्पोर्ट्स एथलीटों के रूप में अपनी प्रतिभा और कौशल दिखाने का एक अनूठा मंच है। एमएफएन के अब तक 11 सफल फाइट नाइट संस्करण हो चुके हैं। एमएमए मैट्रिक्स की कोर टीम में टाइगर श्रॉफ, कृष्णा श्रॉफ, आयशा श्रॉफ और कोच एलन फेनांडेस शामिल हैं। मैट्रिक्स ने आधुनिक उपकरणों के साथ-साथ तकनीकी और शारीरिक रूप से कुशल प्रशिक्षकों में भारी निवेश किया है, ताकि सर्वश्रेष्ठ-इन-क्लास फिटनेस दृष्टिकोण प्रदान किया जा सके। इसमे शामिल मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स एक पूर्ण-संपर्क मुकाबला है जो ब्राजीलियाई जिउ-जित्सु, बॉक्सिंग, मय थाई, कराटे, कुश्ती और किकबॉक्सिंग को जोड़ती है। यह शरीर को सुडौल बनाने, आत्मरक्षा तकनीक सीखने, और बहुत कुछ करने के लिए एक उत्कृष्ट कला है।


*Matrix Fight Night: The 11th edition of India’s BIGGEST fight night by Ayesha and Krishna Shroff was a thundering success!*


Ayesha and Krishna Shroff have once again outdone themselves in the 11th edition of the biggest fight night of the year. Matrix Fight Night was bigger, better, and had the entire country rooting for their favorite fighters. The tension and excitement for the fights could certainly be seen online. While we are still taking in this massive moment for what seems to be the answer to MMA in India, the speculations have already begun for the next event on social media. 


Expressing gratitude Ayesha Shroff says, "This feels amazing. The craze and buzz that Matrix Fight Night has created is incredible! This entire night of fights surely kept me at the edge of my seat… The adrenaline rush was real! I’m so happy to witnessed the immense growth of our promotion. We already can’t wait for the next edition.”


Krishna Shroff excitedly adds, "From the first day of fight week, I knew this was about to be one of our most successful shows till date. The entire nation joined us for the biggest night of fights India has seen. The fighters definitely gave their all, but so did the viewers. As someone who is headlining the event, I couldn't be happier."


Coach Alan Fenandes adds, "I was blown away seeing the response. I am still gathering words to express how I feel. This was truly an incredible night and experience one couldn't have missed out on!”


Joao Coimbra Tavares - Dafanews Manager said, “Dafanews have been looking at combat sports with much intrigue and Matrix Fight Night absolutely lived up to all of our expectations! After our experience here, we’re positive MMA has huge potential to grow to even greater heights in India thanks to Matrix Fight Night and we want to show our support.”


MMA Matrix, as the name suggests, is a one-stop MMA and fitness studio that provides a state-of-the-art environment that is revolutionizing the Indian MMA scene and keeping pace with the fitness and health requirements of its patrons. The core team at MMA Matrix consists of Tiger Shroff, Krishna Shroff, Ayesha Shroff, and Coach Alan Fenandes. Matrix has invested heavily in modern equipment, as well as technically and physically skilled trainers, to provide the best-in-class fitness approach that can make any fighter or layman see their transformation and as well as their own immense weekly progress, with workout sessions designed in a very personal way, using just one’s own bodyweight and weight training. Mixed Martial Arts (MMA) is a full-contact combat sport that combines Brazilian Jiu-Jitsu, Boxing, Muay Thai, Karate, Wrestling, and Kickboxing. It is an excellent art for toning your body, learning self-defense techniques, and much more! MMA Matrix's powerful combination of fitness and self-defense gives you plenty of reasons to get fit with Matrix.


Matrix Fight Night is India’s premier and one-of-a-kind fight night promotion that has served as a platform for fighters across India to showcase their talent and skills as full body combat sports athletes. MFN has had 10 successful fight night editions until now.

एसीसी की निर्माण सलाहकार पहल के जरिये हजारों राजमिस्त्रियों, ठेकेदारों और घर बनाने वालों को प्रदान की गई तकनीकी सहायता

 एसीसी ने अपनी निर्माण सलाहकार पहल के तहत घर बनाने वालों, राजमिस्त्रियों और ठेकेदारों को सशक्त बनाने की दिशा में उठाया एक महत्वपूर्ण कदम • ए...