गुरमीत चौधरी कोविड-19 से पीड़ित लोगों के लिए फरिश्ता बनकर सामने आए हैं। वे लम्बे समय से कोविड से बचाव हेतु देश के लिए कोई न कोई भलाई का कार्य करते आ रहे हैं और अब इस सूची में एक और नेक काम जुड़ गया है। वे अपने दयालु स्वभाव से हम सभी को निश्चित तौर पर आश्चर्यचकित कर रहे हैं, जो राष्ट्र में बदलाव लाने के लिए दृढ़ है। गुरमीत ने हाल ही में युवा डॉक्टर्स (पैन इंडिया) की एक टीम के साथ करार किया है। जैसा कि सभी जानते हैं, कोविड वॉरियर्स ने हल्के से मध्यम लक्षणों वाले होम आइसोलेटेड मरीजों के लिए कोवी-मेड, मुफ्त टेलीकंसल्टेशन सर्विस शुरू की है, ताकि वे घबराएं नहीं, अपने मन से दवाइयां न लें, और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन्हें तत्काल सहायता के लिए अपना घर छोड़ने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने देशभर के 19 युवा डॉक्टर्स के साथ साझेदारी की है, जो कोविड-19 से संबंधित किसी भी संदेह के लिए व्हाट्सएप मैसेंजर पर सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक 2 नंबर्स के माध्यम से उपलब्ध रहेंगे। न केवल डॉक्टर्स की टीम मेडिकल कंसल्ट्स प्रदान करेगी, बल्कि वे इस बात का भी भरपूर ज्ञान प्रदान करेंगे कि कोविड-19 के लिए टेस्ट कराने के दौरान पॉजिटिव आने पर चिंता से कैसे निपटा जाए। यह एक ऐसी बीमारी है, जिसे यदि हल्के मामलों में सही देखभाल और दवा दी जाए तो घर पर आइसोलेशन में ठीक हुआ जा सकता है।
कोवी-मेड के डॉक्टर्स की टीम दो ऑपरेटिंग व्हाट्सएप नंबर्स के माध्यम से परामर्श करेगी। मरीज के मैसेज करने के बाद वे उसकी डिटेल्स और मेडिकल हिस्ट्री की मांग करेंगे और एक रजिस्टर्ड प्रैक्टिशनर उन्हें जल्द से जल्द कॉल करेगा। वे हल्के से मध्यम लक्षणों वाले कोविड मरीजों को होम आइसोलेशन की सलाह देंगे और उनका इलाज करेंगे। अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होने पर चिकित्सकीय राय प्रदान करेंगे, सभी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी प्रश्नों से निपटेंगे, कोविड के बाद की देखभाल करेंगे और उनका हाल-चाल लेंगे, इसके अलावा मनोचिकित्सक द्वारा भी हर हफ्ते परामर्श दिया जाएगा। कोवी-मेड के पास वर्तमान में उनकी टीम में लगभग 19 डॉक्टर्स हैं और कई स्वेच्छा से काम कर रहे हैं, कुछ नर्सिंग अधिकारी भी हाल-चाल लेने में सहायता करने के लिए स्वेच्छा से आगे आए हैं।
गुरमीत चौधरी के साथ इस पहल के पीछे डॉक्टर्स की टीम में डॉ. रूपराज अभिषेक, डॉ. एस.एच. वारसी, सुचित्रा वर्मा और डॉ. राजश्री शामिल हैं।