सिंगरौली, जुलाई 18 , 2022: समाज में फैली मासिक धर्म सम्बन्धी गलत अवधारणाओं को दूर करने के साथ ही महिलाओं और किशोरियों को माहवारी प्रबंधन सम्बन्धी सही जानकारी देने के उद्देश्य से अदाणी फाउंडेशन ने महान इनर्जेन लिमिटेड के सहयोग से 'प्रोजेक्ट पैड' की आज शुरुआत की है। सिंगरौली जिला के कर्सुआराजा गांव स्थित शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम को आसपास के 10 गांव के करीब 125 स्थानीय महिलाओं और किशोरियों ने हिस्सा लेकर सफल बनाया। इस मौके पर शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य श्री रवि प्रताप सिंह, चौरा के सेक्टर सुपरवाइजर श्रीमती माया विश्वकर्मा, आशा सुपरवाइजर श्रीमती प्रेमलता जायसवाल, आशा कार्यकर्ता श्रीमती प्रमिला जायसवाल, श्रीमती सुशिल्या साह, आंगनवाड़ी कायकर्ता श्रीमती आराधना गुप्ता, आजीविका मिशन कार्यकर्ता श्रीमती आराधना गुप्ता, अदाणी फाउंडेशन के श्री राजेश रंजन ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष योगदान दिया।
मिथक व वर्जनाएं, मासिक धर्म के दौरान साफ-सफाई के लिए जरुरी प्रोडक्ट्स तक सीमित पहुंच और खराब स्वच्छता अवसंरचना की वजह से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं और किशोरियों के शैक्षिक अवसर, स्वास्थ्य और सामाजिक स्थिति पर गहरा असर पड़ रहा है। अदाणी फाउंडेशन महान इनर्जेन लिमिटेड के सहयोग से अभियान 'प्रोजेक्ट पैड' के तहत ऐसी समाज की परिकल्पना करता है जहां प्राकृतिक मासिक धर्म की वजह से कोई कोई भी किशोरी या महिला पीछे न छूट जाये, और जहां मासिक धर्म से जुड़े मिथक व वर्जनाएं न हो। सामुदायिक जागरूकता बढ़ाकर और मासिक धर्म के दौरान साफ-सफाई के लिए जरुरी प्रोडक्ट्स की आपूर्ति का समर्थन करके, इस सोच में बदलाव लाना संभव है ताकि महिलाओं एवं किशोरियों की जिदगी संवारने में मदद हो।
इस कार्यक्रम में प्रोजेक्ट प्रभावित 10 गांवों कर्सुआलाल, कर्सुआराजा, चौरा, कथूरा, रैला, बेतरिया, चुरुवाही, सुगीता, घुनी और नगवा के करीब 125 महिलाओं और किशोरियों के बीच माहवारी स्वास्थ्य एवं जागरूकता अभियान के तहत मुफ्त सेनेटरी पैड का वितरण किया गया। इस मौके पर उपस्थित चौरा के स्वास्थ्य विभाग की सेक्टर सुपरवाइजर श्रीमती माया विश्वकर्मा ने मासिक धर्म से सम्बन्धित समस्याओं और माहवारी स्वास्थ्य से सम्बन्धित विस्तृत जानकारी दी और सेनेटरी पैड के इस्तेमाल के फायदे से अवगत कराया। इस अभियान में स्थानीय महिलाओं की भागीदारी की प्रक्रिया तेज करने के लिए आशा कार्यकर्ताओं से भी बात की गयी।
अदाणी फाउंडेशन के बारे में:
1996 में स्थापित, अदाणी फाउंडेशन वर्तमान में 18 राज्यों में सक्रिय है, जिसमें देश भर के 2250 गाँव और कस्बे शामिल हैं। फाउंडेशन के पास प्रोफेशनल लोगों की टीम है, जो नवाचार, जन भागीदारी और सहयोग की भावना के साथ काम करती है। वार्षिक रूप से 3.2 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करते हुए अदाणी फाउंडेशन चार प्रमुख क्षेत्रों- शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, सतत आजीविका विकास और बुनियादी ढा़ंचे के विकास, पर ध्यान केंद्रित करने के साथ सामाजिक पूंजी बनाने की दिशा में काम करता है। अदाणी फाउंडेशन ग्रामीण और शहरी समुदायों के समावेशी विकास और टिकाऊ प्रगति के लिए कार्य करता है, और इस तरह, राष्ट्र-निर्माण में अपना योगदान देता है।